
उत्तराखंड में लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुरू किए गए “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत देहरादून पुलिस ने ढोंगी बाबाओं और फर्जी दवाखानों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार, 14 जुलाई 2025 को पुलिस ने 29 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें 20 लोग पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से हैं। ये लोग साधु-संतों का भेष धरकर या जड़ी-बूटियों के नाम पर लोगों को ठग रहे थे।
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने साफ कहा है कि चाहे कोई किसी भी धर्म से हो, अगर वह लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करेगा, तो उसे जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। इस अभियान के तहत पिछले चार दिनों में 111 ढोंगी बाबाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में ऐसे लोगों पर नजर रखने और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
विकासनगर इलाके में पुलिस ने कारी अब्दुल रहमान नाम के एक व्यक्ति को पकड़ा, जो जादू-टोना और दैवीय प्रकोप का डर दिखाकर लोगों से ठगी कर रहा था। इसके अलावा, प्रेमनगर पुलिस ने एक दंपति, विनोद सिंह और उनकी पत्नी राधा, को गिरफ्तार किया। यह दंपति हरिद्वार के रोशनाबाद का रहने वाला है और बिना लाइसेंस के सड़क किनारे जड़ी-बूटियों का दवाखाना चला रहा था।
ये लोग हर बीमारी का इलाज करने का दावा करते थे, लेकिन कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके। पुलिस ने उनके दवाखाने को बंद कर दिया।
पुलिस की यह कार्रवाई उन लोगों के लिए एक चेतावनी है, जो भोले-भाले लोगों की आस्था का गलत फायदा उठाते हैं। एसएसपी ने कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक ऐसे ढोंगियों का पूरी तरह सफाया नहीं हो जाता। अगर आपके आसपास भी कोई ऐसा व्यक्ति नजर आए, जो लोगों को गुमराह कर रहा हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
Awesome! Its genuinely remarkable post, I have got much clear idea regarding from this post